hi guys...here i am again....:P
yaar lekin iss baar jo main lagane jaa raha hoon....that is truly a copy-paste work...as were many of our projects...but none-theless written by one of our friends. But unfortunately he wished to remain anonymous, and so i will respect his feelings and not display his name.....bas us bande se ye bolna chahunga yaar.....thanx bhai....the post is amazing.....and sorry itni late post kari......;)
Just read on guys........this is just lovely.....
haan aur hindi me tha to na samajh me aaya ho to mujhe nahi pata....(mujhe bhi kuch-2 nahi samajh me aaya tha pahli baare me :P)
मैं उन चंद पालो के लिए आपका आभारी हूँ जो आपने मुझे दिए, मैं उन चंद यादों का आभारी हूँ जो अपने दी, मैं ये यादें अपने साथ ले जा रहा हूँ जिन्दगी भर के लिए, मैं वो बाते साथ ले जा रहा हूँ जिन्दगी भर के लिए |शायद कभी न अच्छा लगे मुझे वो दिन जिसमें तुम लोग साथ न हो पर शायद ये कुदरत का ये ही नियम है के आप को चलते रहना है, आपको पीछे यादे खीच कर लायेंगी कभी न कभी मजिल पर मिल आयेंगी उन यादो को बस साथ लेकर चलना है, बस चलते रहना है| मैं आज कोशिश कर रहा हूँ उन यादो को एक वाकया मैं लिखने की आशा निशा करता हूँ आप सब को पसंद आयए :
आशुतोष (गौतम) : शांत सा रहता था ये बंदा, पर कभी ये लगा नहीं के हम से अलग है, ये भी उतना हे पागल था जितना के विशाल
संदीप (बूढा , बुढ़ापा ) : जनाब को गुस्सा बहुत अत था शायद सबने इनका गुस्सा कम करवा दिया, खेर बंदा दिल का बहुत अच्छा है|
अंकेश (नूवी ) : भाई ये बंदा क्या नाचता है, नाचने के साथ साथ बंदा क्रेअतिवे है, और स्मार्ट तो है ही
राहुल (फुग्गा) : शायद ये दुनिया का सबसे बड़ा हिंदी फिल्म का प्रेमी हो, कोई ऐसी हिंदी फिल्म नहीं है जो जनाब ने ना देखि हो, |
विशाल (गया) : शायद इस से शांत बंदा मैंने नहीं देखा होगा, पर बन्दे मैं अत्तितुदे है |
नरेश (तिगेर, दोन ) : मेरे साथियों ने इसका जीना दुश्वार कर दिया इन चार सालों मैं, पर मुझे ये पता है के हमे ये उतना ही याद आयेगा जितने सब |
आशीष ( कुशवाहा ) : बन्दे को मूवी डाउनलोड का भयंकर शावक है, दिल का साफ़ और कौशिक के पलटन का सबसे बड़ा हीरो है
संतोष(संता) : भाई मेरा दिखने मैं बड़ा डरावना लगता है, और है भी :प, तेरे विचारों का मैं बहुत बड़ा फेन हूँ
दीपक (चुलबुल) : भाई हिंदी गाने कोई भी फटे पुराने इनके रूम से सुनाई दे जायेंगे
अंकित( अलसी ) : आब क्या लिखूं इनके लिए लिखने मैं भी अलस अ रहा है, तेज़ दिमाग का बंदा हर कम मैं लगाये अपना एक्सपर्ट अद्विस
शशि(नेता): ये हमारे बीच मैं सबसे बड़ा रखते है... ओदा, :प हमारे बीच एक मात्र हमारे सबसे प्यारे नेता जी
विशाल (पागल ) : इसे हसने के बीमारी है कभी हँसा दो तो २/३ दिन तक पागलो के तरह हस्त रहेगा, वैसे ये वाकई मैं पागल है :प
ध्रुव( सविता ) : हमारे बीच रहने वाली एन्तेर्तेंमैन्त का सामन, कटाक्ष बोलने वाली हमारी प्यारी भाभी
अनिक : शांत सा, पहाड़ सा बंदा कभी कभी ही बहार निकलता था, पर चिल्लाने मैं इसका कोई जवाब नहीं ये और मयंक ने जीना हराम कर रखा था |
अभ्सिहेक(मुत्थु ): असली पागल तो ये था मुझे आज तक पता नहीं चल पाया है ये चीज़ क्या है ? और करना क्या चाहता है, काफी कांफुसेद है
वरुण (मार ले ): भाई हिंदी के तो एक कर दे थी आपने, पर धीरे धीरे व्याकरण समहज हे अ गया आपको, लव यू यार
सुनील (अहह शेट्टी ) : इन जनाब को बस चाचू और गावों और तिकर्मफी के ट्रिप्स से बहुत लगाव था
रघु( दोन ) : भाई बन्दे मैं शांत रहने का कीड़ा था, पर बहुत ही धासू बंदा है
वैभव(कुत्ता ) : इन्हें जनाब साब इसलिय ये बुलाते थे के संजी सर इनका नाम सही से नहीं बोल पते थे, पर धीरे धीरे भौवाभ से भू और फिर कुत्ता हे कर दिया, बंदा फ्य्सिच्स मैं इन्तेरेट्स रखता है ..और बड़ा हे क्यूट है
अयाज़ ( टी.पी ): भाई को किताबो से विशेष हे प्रेम है, पर उन्हें एक चीज़ से और प्रेम है :प
रोहन (वन व्हित ) : जनाब के क्या कहने, मेरा एक मात्र अंग्रेज है इनको देख कर बस यही याद अता ..अंग्रेज मेरे अंग्रेज मेरे मेरी जान है तू :प
अलोक (बल्लू ) : दुनिया का सबसे बड़ा वर बंदा यही होगा, कोई भी कैसे भी बंद हो इससे हित जरूर करने के कोशिश करी होगी, पर गुट्स है बन्दे मैं हिम्मत वाला बंदा है और मेरा सबसे अजीज़ भी
अंकुर (अंकुर जी ) : इनकी धीरे बोलने के बीमारी इनकी चाल के साथ झलकती है, पर लीडर है ये भाई बिहारी ग्रुप के तो सम्भाल कर जरा
आदित्य( बूबा, रोबोट ) : भाई भुन्झा कभी भी हो महक अ जाती है भाई सबसे बड़ा वाला बंदा है जो के सबसे पहेल बंगलोरे मैं भी भुन्झा खोज रहा होगा
निश्चल (तत्ता ) : भाई जात है ये, बस इस से जात गिरी करवा लो और इसकी लड़कियों से फात्ति है
पुलकित : शायद इस से फाड़ बंदा मैंने कभी देखा हो, पर मेरी नजर मैं थोडा सा सेंटी बंदा है
सौरव(बकरी ): भाई दौड़ने का शौक है और आज तक वजन कम नहीं हुआ है
किंशुक ( माय नेम इस किंसुक जोशी ) : ये आदमी बड़े डार्लिंग टाइप है, साब दिल के बाते इन से जरूर कहते थे शायद मेरी नजर मैं सबसे सुलझा हुआ बंदा यही है
प्रतीक (गाँधी, मिस्त्री ) : भाई मैं जबरदस्त कंविंसिंग पॉवर है किसे को भी पल भर मैं कन्विंस कर सकते है, पर दिल के बड़े साफ़ है
निखिल (kunda): भाई क्या बाते है इन जनाब की चर्चे रहते है पुरे बाजार लड़कियों मैं इन्ही के
कुशिक (ऐश्वर्या ): भाई एक बात यह के ऑटो वाले गाने पुरे चार साल मस्त सुनाये, कभी हार्मनी और कभी वो आज कल कौनसी गूमसे से भी आगे भादो
पंकज : भाई बदनाम है ये धोनी और शारुख के लिए कोई अपनी गर्लफ्रेंड को भी इतना प्यार नहीं करता होगा
उदित (तिद्दु ): भाई मत बंदा है एक दम कूल दूद है ये, जिसे कहते है एक दम बिंदास, बस रात मैं जगता है और सुबह स्तोता है
सुरभि : ये स्त्री हरे बतच के ५०% स्त्रियों का दर्जा रखती है, और सबसे बड़ी बात ये संदीप को मुह के पीछे चाचू और वैभव को कुत्ता कहते है :प
परविंदर (सरदार ) : सरदार का डांस, सरदार के अदा, सरदार के जलवे दूर दूर तक है, भाई ने विशाल का जीया हरम कर रखा था दुन्य का सबसे बड़ा खुरापाती दिमाग शायद इसी के पास है
मोहित(मम्मी ): भाई का रेप सोंग आज भी याद अत है, हमारे बीच मैं एक मात्र रेप सोंग वाला बंदा
अनूप(त्यागन ) : बंदा विन्दोव्स का दीवाना है और इसी तरह से हैक सीखता रह तो बंदा एक न एक दिन मिक्रोसोफ्त को बर्बाद कर देगा :प
सपन : भाई मेरा बड़ा अच स्पोर्त्स्मन है, देदिकातेद है और एग प्लयेर है
हेमेन्द्र ( ज्योति ): भाई किसी को अगर असली खानी सुन्नी हो तो कभी हेम्न्द्रे के रूम मैं चले जाओ , पुरे बचपन से जवानी तक के किस्से है
राजीव ( रावन ) : भाई को बस गली मिली सर्वर रूम के, भाई थोडा बेवर है कभी भी चदना पसंद करता है और एक दम छु छु है
अरुण (गाँधी जी ): मन हे मन गाँधी जी भी किसी पर मरते थे, शायद संतोष ये बात आचे से बता पाए
इन्द्रजीत : सुबह उठा और एक राग लगा
अंशुमन ( भय ): भय हमरे है सबसे बड़े वाले अंधी, बड़े वाले कुदर और सबसे ज्यादा तो एग के प्लयेर है
अभिनव ( नाना ) : ये भले इनका फ़ोन भला, शायद ४ सालों मैं सबसे ज्यादा फ़ोन का बिल इन्ह का आया होगा
सचिन (पटेल ) : भाई को चाय का बड़ा शौक है, चाय के लिए अमेरिका भी जा सकते है
सौरभ ( कश्यप ): बहुत हे देदिकातेद बंदा है, शायद इस से ज्यादा देदिकतिओन कही और देखने को न मिले
अमन (हठी का बचा ) : भाई के शायरी बहुत मशहूर थी, महफ़िलों मैं रंग नहीं होता था इनकी शायरी के बिना
अतुल ( पावा ) : भाई का प्रेसेंस ऑफ़ मंद, हरामी पाने मैं बहुत तेज़ है और नाम बिलकुल सार्थक है इनके लिए पावा, दारू
शिवम् ( चम्पू ) : हमारे अपने गेर्मान बाबा इनका एक घर इंडिया और एक घर गेरमन्य मैं है हर साल वही पहुच जाते है
शशांक(स्टील) : भाई सबसे स्ट्रोंग पेर्सोनालिटी है बतच मैं, कोई भी पंगा लेने से पहले १००^१०० बार सोचता है
मयंक ( किर्कुइत ) : दुनिया मैं साब चीज़ के तारीफ करवा लो बस इन से, अनिक के गंदे जोके पर यही हस सकता है
अक्षित (टट्टी ) : इन्हें बस २ चीजों से प्यार है चिनेसे और अपने रूम मेट कुत्ते से
आशुतोष ( जैमिनी ) : इनका रूम नंबर ३० न जाने कितने पार्टी होस्ट करी होंगी शायद इन्हें भी नहीं मालूम है, पर ये बंदा बहुत बड़े दिल वाला है
कृष्ण (अब्बा, सीतया ): इनके सबसे पहले हिंदी गानों का शुक जो के लैब मैं गाते थे सुन कर मजा अ जाता था बड़े को गमेस और सचिन से बड़ा प्यार है
तुलसी : हमारे बतच के अगली ५०% महिला है, और क्या है, ये क्या है, वोही तो बहुत इस्तमाल मैं लती है
प्रुध्वी : तलेंट का भंडार है ये सबसे तालेंतेड डांसर
तुम्हारा अपना